MANAGEMENT OF ALLERGY
'अलर्जी जड़मूल से समाप्त होना तो कठिन है, फिर प्रभावशाली का मापदण्ड क्या होगा?' मैंने डाॅ. बृजबाला वसिष्ठ जी से प्रश्न किया ।
डा. बृजबाला जी का संक्षिप्त उत्तर था, 'मेरे विचार से यदि कोई औषधि अॅलर्जी की प्रक्रिया को इस सीमा तक दुर्बल कर दे कि वह -
तो उसे हम अॅलर्जी में प्रभावी मान सकते हैं।'
अगला प्रश्न था - आयुर्वेद में अॅलर्जी का विवरण ढूंढेंगे कहाँ?
निम्न निर्णय हुआ, जहाँ :
चिकित्सा-
1. निदान परिवर्जनः
किन्तु यह सदा सम्भव न हो पाया। कभी हेतु का पता ही न चला। तो, कभी पता चलने के बावजूद हेतु हटा न पाए।
2. संशोधन
प्रत्येक रोगी पर वमन हो न सका। जिन्हें हुआ, उनमें भी एक समान लाभ न हुआ - किन्हीं में कम किन्हीं में अधिक; किन्हीं में अल्प-अवधि के लिए तो किन्हीं में दीर्घकालिक ।
3. संशमन:
उपरोक्त व्याधियों / अवस्थाओं में सम्भावित प्रभाव वाली औषधियों की सूची तैयार हुई -
जिसे भी प्रयोग किया, अकेले किया ।
परिणाम:
निम्न 5 Medicinal herbs सबसे अधिक प्रभावशाली पाए गए -
1. शटी - सबसे अधिक प्रभावशाली
2. मधुयष्टी - शटी से कम
3. कण्टकारी - मधुयष्टी से कम
4. हरिद्रा - कण्टकारी से कम
5. शिरीष - हरिद्रा से कम।
निम्न 5 Minerals भी प्रभावशाली पाए गए -
1. ज़हरमोहरा
2. यशद
3. स्फटिका
4. मुक्ताशुक्ति / प्रवाल
5. गैरिक
अॅलर्जी चिकित्सा के लिए औषधयोग:
हम ने सब से प्रभावशाली 2 Medicinal herbs व 2 खनिज चुने -
इस औषध योग का 20 वर्षों से भी अधिक समय तक अॅलर्जी की चिकित्सा में सफल प्रयोग किया।
यह योग LERGEX Tablet नाम से प्रसिद्ध हुआ ।
मात्रा:
रोग की गम्भीरता व रोगी के बलाबल के आधार पर LERGEX मात्रा तय करते हैं।
प्राय: 2-2 गोली दिन में 3 बार से शुरुआत करके, लाभ मिलने पर धीरे-धीरे मात्रा कम (taper off) करते हैं।
Severe / acute allergy (except anaphylaxis) में 2-2 गोली मुहुर्मुहु (1-2 घंटे पर) दिन में कई (5-6) बार देते हैं।
LERGEX अकेले प्रभावशाली है। इसे अन्य औषधियों की support की आवश्यकता नहीं। केवल बताई गई मात्रा में प्रयोग करने की आवश्यकता है ।
दूसरे शब्दों में - मात्रा ही रहस्य है!
यही युक्ति है!
डाॅ.वसिष्ठ
Dr. Sunil Vasishth
M. + 91-9419205439
Email : drvasishthsunil@gmail.com
Website : www.drvasishths.com
- रोगी को कष्ट न दे, अथवा
- न्यूनतम कष्ट दे, अथवा
- औषधियों की आवश्यकता को समाप्त / न्यूनतम कर दे,
तो उसे हम अॅलर्जी में प्रभावी मान सकते हैं।'
अगला प्रश्न था - आयुर्वेद में अॅलर्जी का विवरण ढूंढेंगे कहाँ?
निम्न निर्णय हुआ, जहाँ :
- असात्म्य का उल्लेख हो;
- आम / आमविष का उल्लेख हो;
- अनूर्जता का उल्लेख हो;
- गर विष का उल्लेख हो।
चिकित्सा-
1. निदान परिवर्जनः
किन्तु यह सदा सम्भव न हो पाया। कभी हेतु का पता ही न चला। तो, कभी पता चलने के बावजूद हेतु हटा न पाए।
2. संशोधन
प्रत्येक रोगी पर वमन हो न सका। जिन्हें हुआ, उनमें भी एक समान लाभ न हुआ - किन्हीं में कम किन्हीं में अधिक; किन्हीं में अल्प-अवधि के लिए तो किन्हीं में दीर्घकालिक ।
3. संशमन:
उपरोक्त व्याधियों / अवस्थाओं में सम्भावित प्रभाव वाली औषधियों की सूची तैयार हुई -
- हरिद्रा
- शुण्ठी
- पिप्पली
- कण्टकारी
- हरीतकी
- आमलकी
- शटी
- गुडूची
- ज़हरमोहरा
- शिरीष
- गैरिक
- काली मरिच
- स्फटिका
- यशद
- मुक्ताशुक्ति
- मधुयष्टी
- भारंगी
- कटुकी
- अजवायन
- प्रवाल
- धत्तूरा
जिसे भी प्रयोग किया, अकेले किया ।
परिणाम:
निम्न 5 Medicinal herbs सबसे अधिक प्रभावशाली पाए गए -
1. शटी - सबसे अधिक प्रभावशाली
2. मधुयष्टी - शटी से कम
3. कण्टकारी - मधुयष्टी से कम
4. हरिद्रा - कण्टकारी से कम
5. शिरीष - हरिद्रा से कम।
निम्न 5 Minerals भी प्रभावशाली पाए गए -
1. ज़हरमोहरा
2. यशद
3. स्फटिका
4. मुक्ताशुक्ति / प्रवाल
5. गैरिक
अॅलर्जी चिकित्सा के लिए औषधयोग:
हम ने सब से प्रभावशाली 2 Medicinal herbs व 2 खनिज चुने -
- शटी
- मधुयष्टी
- ज़हरमोहरा
- यशद
इस औषध योग का 20 वर्षों से भी अधिक समय तक अॅलर्जी की चिकित्सा में सफल प्रयोग किया।
यह योग LERGEX Tablet नाम से प्रसिद्ध हुआ ।
मात्रा:
रोग की गम्भीरता व रोगी के बलाबल के आधार पर LERGEX मात्रा तय करते हैं।
प्राय: 2-2 गोली दिन में 3 बार से शुरुआत करके, लाभ मिलने पर धीरे-धीरे मात्रा कम (taper off) करते हैं।
Severe / acute allergy (except anaphylaxis) में 2-2 गोली मुहुर्मुहु (1-2 घंटे पर) दिन में कई (5-6) बार देते हैं।
LERGEX अकेले प्रभावशाली है। इसे अन्य औषधियों की support की आवश्यकता नहीं। केवल बताई गई मात्रा में प्रयोग करने की आवश्यकता है ।
दूसरे शब्दों में - मात्रा ही रहस्य है!
यही युक्ति है!
डाॅ.वसिष्ठ
Dr. Sunil Vasishth
M. + 91-9419205439
Email : drvasishthsunil@gmail.com
Website : www.drvasishths.com
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