Sunday, November 27, 2016

श्वास / श्वासकष्ट चिकित्सा - 2

MANAGEMENT OF DYSPNEA - 2

 

चिकित्सा (Management):

श्वासकष्ट के अनेकों हेतुओं के आधार पर इसकी चिकित्सा करनी चाहिए:

I. प्राकृत श्वासकष्ट  (Physiological dyspnea):
इसकी चिकित्सा की आवश्यकता नहीं।

II. ज्वरजन्य श्वासकष्ट (Dyspnea due to Infections):

(i) ज्वरहर / संक्रमणहर औषधियाँ (Anti-infective drugs) -
चिरायता, अतिविषा, गन्धक, यशद (Infex), गुग्गलु-योग, गुडूची,  मञ्जिष्ठा, सारिवा, निम्ब, दशमूल, शिलाजतु, पारद, ताम्र, मल्ल, स्वर्ण, स्फटिक, टंकण इत्यादि।

(ii) संतापहर औषधियाँ (Antipyretic drugs) -
वत्सनाभ, गोदन्ती (Dolid), गोजिह्वा, सहदेवी, अंकोल इत्यादि।

(iii) रसायन औषधियाँ (Antioxidant drugs) -
शिलाजतु, आमलकी, मुक्ताशुक्ति, स्वर्णमाक्षिक, अभ्रक, यशद (Minovit), स्वर्ण, अश्वगंधा, शतावरी, भल्लातक इत्यादि। 

III. रक्ताल्पता / पाण्डुरोग (Anemia):

(i) लौह यौगिक (Iron compounds) -
मण्डूर, लौह, स्वर्णमाक्षिक इत्यादि।

(ii) रसायन औषधियाँ (Antioxidant drugs) -
शिलाजतु, आमलकी, मुक्ताशुक्ति, स्वर्णमाक्षिक, अभ्रक, यशद (Minovit), स्वर्ण, अश्वगंधा, शतावरी, हरीतकी इत्यादि। 

IV. प्राणवह-स्रोतोगत व्याधियाँ (Respiratory diseases)

(A) प्राणवह-स्रोतोरोध (Airway obstruction) -
(i) निदान-परिवर्जनम् (Avoidance of the causative factors) -
धुआँ, धूलि, वायु-प्रदूषण से सुरक्षा करें।

(ii) श्वासनलिका-विस्फारक औषधियाँ (Bronchodilator drugs) -
अन्तमूल, दुग्धिका, अर्क, गण्डीर (Asthex), धत्तूरा, सोमलता इत्यादि।

(iii) कासहर / कफनिस्सारक  औषधियाँ (Anti-tussive / Expectorant drugs) -
कर्कटशृंगी, कण्टकारी, वासा, तुलसी, श्लेष्मातक, स्फटिक, वंशलोचन, पुदीना, कर्पूर, हरिद्रा इत्यादि।

(B) तमक-श्वास रोग (Bronchial asthma) -

(i) श्वासनलिका-विस्फारक औषधियाँ (Bronchodilator drugs) -
अन्तमूल, दुग्धिका, अर्क, गण्डीर (Asthex), धत्तूरा, सोमलता इत्यादि।

(ii) कासहर / कफनिस्सारक  औषधियाँ (Anti-tussive / Expectorant drugs) -
कर्कटशृंगी, कण्टकारी, वासा, तुलसी, श्लेष्मातक, स्फटिक, वंशलोचन, पुदीना, कर्पूर, हरिद्रा इत्यादि।

(iii) असात्म्यहर औषधियाँ (Anti-allergic drugs) -
शटी, मधुयष्टी, ज़हरमोहरा, यशद (Lergex), दुग्धिका, कण्टकारी, हरिद्रा, शिरीष, यवानी इत्यादि।

(iv) आमदोषहर औषधियाँ (Immunomodulator drugs) -
अश्वगंधा, गुडूची, भल्लातक, कटुकी, तुलसी, हरीतकी, यशद इत्यादि।

(v) रसायन औषधियाँ (Antioxidant drugs) -
शिलाजतु, आमलकी, मुक्ताशुक्ति, स्वर्णमाक्षिक, अभ्रक, यशद (Minovit), स्वर्ण, अश्वगंधा, शतावरी, हरीतकी इत्यादि।

(vi) निदान-परिवर्जनम् (Avoidance of the causative factors) -
धुआँ, धूलि, वायु-प्रदूषण से सुरक्षा करें।

(C) जीर्ण उरःक्षत (Chronic obstructive pulmonary diseases, COPD) -

प्राणवह-स्रोतोरोध (Airway obstruction) के समान चिकित्सा करें।

(D) श्वसनक-सन्निपात-ज्वर (Pulmonary infections) -

(i) ज्वरहर / संक्रमणहर औषधियाँ (Anti-infective drugs) -
चिरायता, अतिविषा, गन्धक, यशद (Infex), गुग्गलु-योग, गुडूची,  मञ्जिष्ठा, सारिवा, निम्ब, दशमूल, शिलाजतु, पारद, ताम्र, मल्ल, स्वर्ण, स्फटिक, टंकण इत्यादि।

(ii) कासहर / कफनिस्सारक  औषधियाँ (Anti-tussive / Expectorant drugs) -
कर्कटशृंगी, कण्टकारी, वासा, तुलसी, श्लेष्मातक, स्फटिक, वंशलोचन, पुदीना, कर्पूर, हरिद्रा इत्यादि।

(iii) संतापहर औषधियाँ (Antipyretic drugs) -
वत्सनाभ, गोदन्ती (Dolid), गोजिह्वा, सहदेवी, अंकोल इत्यादि।

(iv) रसायन औषधियाँ (Antioxidant drugs) -
शिलाजतु, आमलकी, मुक्ताशुक्ति, स्वर्णमाक्षिक, अभ्रक, यशद (Minovit), स्वर्ण, अश्वगंधा, शतावरी, हरीतकी इत्यादि।


क्रमशः (Continued)



डाॅ.वसिष्ठ
Dr. Sunil Vasishth
M. + 91-9419205439
Email : drvasishthsunil@gmail.com

Website : www.drvasishths.com

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