Wednesday, November 23, 2016

LIFESTYLE DURING WINTER SEASON

LIFESTYLE DURING WINTER SEASON



हेमन्त व शिशिर ऋतुएँ तेज़ी से द्वार पर दस्तक दे रही हैं व ठण्ड सभी को अपनी आगोश में लेने के लिए तेज़ी से अपनी बाहें फैलाने लगी है। कुछ ही दिनों में समस्त उत्तर भारत ठिठुरता दीख पड़ने वाला है ।

कुछ क्षेत्रों - विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात व महाराष्ट्र के कुछ भागों - में ठण्डी इस क़दर बढ़ जाएगी कि इससे -

1. कई सारे काम स्थगित करने की नौबत तक आ जाएगी;

2. कई सारे रोग बढ़ने लगेंगे, जैसे कि रक्तचाप (HT), हृदयाघात (MI), रक्तस्तम्भन (Thrombosis), प्रतिश्याय (URTI), कास (RTI), श्वास (Bronchial asthma), श्वसनक-सन्निपात (Pneumonia), आमवात (RA), विभिन्न प्रकार के शूल (Pain), आमविष (Allergic diseases);

3. अग्नि दीप्त रहने से जहाँ एक ओर आहार की मात्रा (Quantity) व गुरुता (Calorie value) बढ़ जाएगी, वहीं दूसरी ओर शारीरिक श्रम (Muscular activity) में कमी आने से शरीर में मेदो-संचय होने से स्थौल्य की सम्भावना बढ़ जाएगी।

यदि उचित प्रतीत हो तो समाज व अपने रोगियों को यथा सम्भव निम्न जीवनशैली अपनाने का परामर्श दें -

1. गुनगुने जल से स्नान करें;

2. आवश्यकता के अनुसार गर्म कपड़े पहनें / ओढ़ें;

3. नमक का सेवन कम रखें। यदि अम्लपित्त व कोई अन्य पैत्तिक रोग न हो तो मसालों - शुण्ठी / आर्द्रक, कालीमिर्च, पिप्पली, जीरा, हिंगु, अजवायन, सौंफ, मेथी इत्यादि का प्रयोग अवश्य करें;

4. हेमन्त व शिशिर ऋतुओं में पैदा होने वाले ताज़े फलों व सब्ज़ियों का भरपूर उपयोग करें;

5. अपने शारीरिक श्रम के अनुसार ही गुरु आहार (High calorie / high fat diet) का सेवन करें;

6. नियमित व्यायाम करें; ठण्ड अत्यधिक हो तो घर के भीतर ही मध्यम स्तर का व्यायाम / योगासन / प्राणायाम / ध्यान आदि करें;

7. अत्यधिक भावुक होने से बचें;

8. कमरे के भीतर कोयले की अंगीठी / सगड़ी न जलाएँ, क्योंकि इससे निकलने वाली विषैली कार्बन-माॅनोक्साईड जानलेवा हो सकती है।



डाॅ. वसिष्ठ
Dr.Vasishth
M. + 91-9419205439
Email : drvasishthsunil@gmail.com
Website : www.drvasishths.com

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