Friday, December 23, 2016

सही औषधियों का चुनाव करें

Select the Right Medicines


प्रिय युवा आयुर्वेद चिकित्सक!  

परिणाम-उन्मुखी आयुर्वेद चिकित्सा (Result-oriented Ayurveda Treatment) के लिए अनिवार्य है कि आप जिस रोग की भी चिकित्सा करने जा रहे हैं, उसके लिए सही औषध का ही चुनाव करें ।

अनेकों बार चिकित्सक को चिकित्सा में आशातीत सफलता केवल इसलिए नहीं मिलती क्योंकि उसने चिकित्सा के लिए ग़लत औषधियों का चुनाव कर दिया होता है।

मैं यहाँ सही औषधियों के चुनाव के लिए, आपको कुछ आवश्यक सुझाव दे रहा हूँ - 

1. सही प्रधान औषधियों का चुनाव करिए (Select the Right Primary drugs):

सबसे पहले तो आपको चिकित्सा करने के लिए सही प्रधान औषधियों का चुनाव करना है।

सही प्रधान औषधियाँ वह होती हैं, जो सम्प्राप्ति विघात में मुख्य भूमिका निभाती हैं। उदाहरण - 

● ज्वर (Infection) की चिकित्सा में तिक्त रस वाली ज्वरघ्न औषधियाँ (Bactericidal drugs) प्रधान औषधियों की श्रेणी में आती हैं। इनके बिना ज्वर की सम्प्राप्ति का विघात (Anti-bacterial action) सम्भव नहीं। 

INFEX Tablet
Anti-bacterial
मुख्य घटक: अतिविषा + चिरायता  


● आमदुष्टि (Allergy) की चिकित्सा में आमदोषहर औषधियाँ (Anti-allergic drugs) सही प्रधान औषधियों की श्रेणी में आती हैं। इनके बिना आमदुष्टि (Allergy) की सम्प्राप्ति का विघात (Anti-allergic action) सम्भव नहीं। 

LERGEX Tablet
Anti-allergic
मुख्य घटक: शटी + मधुयष्टी  

● सन्धिक्षय (Osteoarthritis) की चिकित्सा में रसायन औषधियाँ (Rejuvenative drugs) सही प्रधान औषधियों की श्रेणी में आती हैं। इनके बिना न तो सन्धिगत-धातुक्षय (Articular tissue degeneration) रुकता है, तथा न ही सन्धिगत-धातुओं (Articular tissues) का नवनिर्माण (Regeneration) ही होता है।

CARTOGEN Tablet
Promotes articular cartilage formation
मुख्य घटक: अश्वगंधा + शिलाजतु

● अस्थिक्षय (Osteoporosis) की चिकित्सा में अस्थिधातु को बढ़ाने (Drugs that promote bone formation) वाली औषधियाँ ( drugs) सही प्रधान औषधियों की श्रेणी में आती हैं। इनके बिना न तो अस्थि-क्षय (Degeneration of the bones) रुकता है, तथा न ही अस्थिधातु का नवनिर्माण (New bone formation) ही होता है।

NUBON Tablet
Promotes new bone formation in fracture
मुख्य घटक: अस्थिशृंखला + अर्जुन

2. सहायक औषधियाँ (Supportive drugs):

इसके बाद नम्बर आता है सही सहायक औषधियों का

सही सहायक औषधियाँ कई प्रकार से कार्य करती हैं - 

(i) प्राकृतिक दैहिक क्रियाओं  (Physiological activities) को बलवान बनाते हुए रोगनिवृत्ति में सहायता करने वाली औषधियाँ। उदाहरण - 
● कास में कफनिस्सारक औषधियाँ (Expectorants); व
● मूत्रकृच्छ्र में मूत्रल औषधियाँ (Diuretics)।

(ii) दूष्यगत-विकृति (Underlying abnormalities) को कम करते हुए रोगनिवृत्ति में सहायता करने वाली औषधियाँ। उदाहरण - 
● ज्वर (Infection) में शोथहर औषधियाँ (Anti-inflammatory drugs);

LOSWEL Tablet
Anti-inflammatory
मुख्य घटक: शल्लकी + एरण्डमूल

● तमकश्वास में श्वासनलिका-विस्फारक औषधियाँ (Bronchodilators)।

ASTHEX Tablet
Anti-inflammatory
मुख्य घटक: अन्तमूल + दुग्धिका


(iii) योगवाही औषधियाँ (Bioavailability enhancers) - ये कई प्रकार से प्रधान औषधियों के औषधीय कर्मों (Pharmacological actions) को बढ़ाने का काम करती हैं - 
● महास्रोतस् (GIT) से प्रधान औषधियों का शोषण (Absorption) बढ़ाती हैं;
● धात्वग्नियों (Metabolic enzymes) से प्रधान औषधियों के पाचन/विघटन (Degradation) को शिथिल करती हैं;
● अपानवायु (Excretory mechanisms) को शिथिल करके प्रधान औषधियों के निष्कासन (Excretion) की प्रक्रिया को धीमा करती हैं।

(iv) दैहिक क्रियाओं  (Physiological activities) को दुर्बल (Inhibition) बनाते हुए रोग से होने वाले कष्ट के निवारण में सहायता करने वाली औषधियाँ। उदाहरण - 
● वेदनाहर औषधियाँ (Analgesics)

DOLID Tablet
Analgesic
मुख्य घटक: वत्सनाभ + जातीफल


● अतिसार में ग्राही औषधियाँ (Anti-diarrheal drugs)।

3. रसायन औषधियाँ (Antioxidants):

इसके बाद नम्बर आता है रसायन औषधियों का।

रसायन औषधियाँ कई प्रकार से कार्य करते हुए व्यक्ति के ओजस्, कफ, बल आदि को बढ़ाते हुए व्याधिक्षमत्व (Immunity) को बढ़ाने का काम करती हैं । उदाहरण -

(i) दैहिक क्रियाओं  (Physiological activities) को सुदृढ बनाते हुए रोगनिवृत्ति में सहायक होती हैं व रोगों के पुनरावृत्ति को रोकती हैं। उदाहरण - 
● हृद्य औषधियाँ (Cardiotonic drugs);

CARDITONZ Tablet
Cardiac tonic
मुख्य घटक: अर्जुन + वनपलाण्डु

● मेध्य रसायन (Neurotropic drugs)।

ELEVA Tablet
Antidepressant
मुख्य घटक: ज्योतिष्मती + अकरकरा


(ii) पोषक तत्वों (Nutrients) की आपूर्ति करते हुए देहधातुओं को सुदृढ बनाती हैं । उदाहरण - 
● जीवनीय व खनिज औषधियाँ (Viramins & minerals )

MINOVIT Tablet
Reinforces cells/tissues/organs/systems
मुख्य घटक: शिलाजतु + आमलकी


(iii) स्रोतोशोधक औषधियाँ (Drugs that improve the flow of substances in the channels) - ये औषधियाँ देहगत स्रोतसों का शोधन/विस्फारण/विकास आदि करके देह में अनेकों प्रकार के गतिमान धातुओं व पोषक तत्वों के परिभ्रमण (Circulation) व आपूर्ति (Supply) को सुनिश्चित करती हैं। उदाहरण - 
● अल्परक्तता  निवारक औषधियाँ (Anti-ischemic drugs)

CORFLOZ Tablet
Improves blood flow
मुख्य घटक: पुष्करमूल + अर्जुन

क्र्मशः


डाॅ.वसिष्ठ
Dr. Sunil Vasishth
M. + 91-9419205439
Email : drvasishthsunil@gmail.com 

Website : www.drvasishths.com

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